PM Modi-Donald Trump Meeting at G7 Summit: ट्रंप को मोदी की दो-टूक, कश्मीर भारत का द्विपक्षीय मुद्दा
जी 7 देशों के सम्मेलन में आज भारत के लिए काफी अहम दिन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-7 शिखर सम्मेलन के लिए पहुंचे है। मोदी और ट्रंप की मुलाकात आज होने वाली है।
By Dhyanendra SinghEdited By: Updated: Mon, 26 Aug 2019 05:50 PM (IST)
बायरिट्ज (फ्रांस), एएनआइ। जी 7 सम्मेलन में शामिल होने के लिए पीएम मोदी फ्रांस के दौरे पर हैं।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-7 शिखर सम्मेलन के लिए पहुंचे है। पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच कई मुद्दों पर द्विपक्षीय वार्ता हुई। इस दौरान पीएम मोदी ने साफ कर दिया कि भारत और पाकिस्तान के बीच सभी मुद्दे द्विपक्षीय है। किसी तीसरे पक्ष की जरूरत नहीं है। जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद मोदी और ट्रंप की ये पहली मुलाकात थी।
G7 Summit Live- द्विपक्षीय मुलाकात के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हमने व्यापार के बारे में बात की हैं, हमने सैन्य और कई अलग-अलग चीजों के बारे में बात की हैं। हमने बहुत अच्छी चर्चाएं कीं। हम रात के खाने के लिए एक साथ थे और मैंने भारत के बारे में बहुत कुछ सीखा।
- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने द्विपक्षीय बैठक के दौरान मजाक करते हुए कहा कि पीएम मोदी वास्तव में बहुत अच्छी अंग्रेजी बोलते हैं, बस वह बात नहीं करना चाहते हैं।
- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने द्विपक्षीय बैठक के दौरान मजाक करते हुए कहा कि पीएम मोदी वास्तव में बहुत अच्छी अंग्रेजी बोलते हैं, बस वह बात नहीं करना चाहते हैं।
#WATCH France: US President Donald Trump jokes with Prime Minister Narendra Modi during the bilateral meeting on the sidelines of #G7Summit. Trump says, "He (PM Modi) actually speaks very good English, he just doesn't want to talk" pic.twitter.com/ee66jWb1GQ
— ANI (@ANI) August 26, 2019
- पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय मुलाकात के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हमने कल रात कश्मीर के बारे में बात की थी, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि हालात उनके नियंत्रण में है। वे पाकिस्तान के साथ बातचीत करते हैं और मुझे यकीन है कि वे कुछ ऐसा कर पाएंगे जो बहुत अच्छा होगा।
- पीएम मोदी ने कहा कि पाकिस्तान में प्रधानमंत्री के चुनाव के बाद मैंने इमरान खान से बात की थी और कहा था कि हमें मिलकर गरीबी के खिलाफ लड़ाई लड़नी चाहिए।
- भारत और अमेरिका के बीच व्यापार और अन्य मसलों पर लगातार गहराई से बातचीत होती रहती है। हमारी यह मुलाकात महत्वपूर्ण हैः पीएम मोदी
- फ्रांस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ मुलाकात की।
- भारत और पाकिस्तान के बीच सारे मुद्दे द्विपक्षीय हैं। इसमें हम दुनिया के किसी भी देश को कष्ट नहीं देते हैं। भारत और अमेरिका लोकतांत्रिक मूल्यों वाले देश हैं। हम दुनिया की भलाई के लिए मिलकर काम करेंगेः पीएम मोदी#WATCH: US President Donald Trump during bilateral meet with PM Modi at #G7Summit says,"We spoke last night about Kashmir, Prime Minister really feels he has it under control. They speak with Pakistan and I'm sure that they will be able to do something that will be very good." pic.twitter.com/FhydcW4uK1
— ANI (@ANI) August 26, 2019
- पीएम मोदी ने कहा कि पाकिस्तान में प्रधानमंत्री के चुनाव के बाद मैंने इमरान खान से बात की थी और कहा था कि हमें मिलकर गरीबी के खिलाफ लड़ाई लड़नी चाहिए।
- भारत और अमेरिका के बीच व्यापार और अन्य मसलों पर लगातार गहराई से बातचीत होती रहती है। हमारी यह मुलाकात महत्वपूर्ण हैः पीएम मोदी
- फ्रांस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ मुलाकात की।
इससे पहले फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों और पीएम मोदी के बीच आज मुलाकात हुई। इस दोनों के बीच मुलाकात के दौरान गर्मजोशी देखने को मिली। यहां पीएम मोदी ने फ्रेंच राष्ट्रपति को गले भी मिलाया।
इससे पहले मोदी ने सेनेगल के राष्ट्रपति मैकी सल से मुलाकात की। जी 7 सम्मेलन से अलग इस मुलाकात के दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा हुई, जिसमें विकास साझेदारी और आतंकवाद और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर सहयोग शामिल है।
पीएम मोदी करीब तीन बजे जी 7 में जैव विविधता और जलवायु पर चर्चा में भी हिस्सा लेंगे। पीएम मोदी, ट्रंप से मुलाकात के बाद डिजिटल ट्रांसफॉर्मिंग पर आयोजित चर्चा में शामिल होंगे। इसके अलावा एक द्विपक्षीय वार्ता में शामिल होंगे। इसके बाद रात करीब 8 बजे वह भारत के लिए रवाना होंगे और मंगलवार सुबह दिल्ली पहुंचेंगे।फ्रांस में जोरदार स्वागत
इससे पहले G-7 सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस पहुंचे। फ्रांस पहुंचने के बाद पीएम मोदी ने जी 7 देशों के नेताओं के अलावा कई अन्य देशों के नेताओं से भी मुलाकात की।इनमें जापान, कनाडा के राष्ट्राध्यक्ष शामिल रहे।पीएम मोदी ने जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो से मुलाकात की।
संबंधों पर जमी बर्फ पिघलाने के लिए रविवार को अप्रत्याशित और नाटकीय घटनाक्रम में ईरान के विदेश मंत्री जावद जरीफ भी G-7 सम्मेलन में पहुंच गए। ईरान और अमेरिका के बीच तनाव कम करने की कोशिश में जुटे फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने उन्हें आमंत्रित किया था।हालांकि सम्मेलन में जरीफ के पहुंचने को लेकर पहले से कोई घोषणा नहीं थी। समाचार एजेंसी के मुताबिक, करीब साढ़े तीन घंटे रुकने के बाद जरीफ वापस चले गए। इस दौरान उन्होंने मैक्रों व कुछ अन्य नेताओं से बात की।फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों से करीब 30 मिनट तक हुई चर्चा
मैक्रों से उनकी बातचीत करीब 30 मिनट चली। इससे पहले ईरान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि हाल के दिनों में ईरान और फ्रांस के राष्ट्रपतियों के बीच हुई बातचीत को आगे बढ़ाने के लिए बायरिट्ज पहुंचे। वहीं, अमेरिकी वित्त मंत्री स्टीवन न्यूचिन ने कहा कि ट्रंप पहले भी स्पष्ट कर चुके हैं कि अगर ईरान बातचीत करना चाहता है, तो उसके सामने काई शर्त नहीं रखी जाएगी।हालांकि न्यूचिन ने जरीफ के G-7 पहुंचने पर कोई टिप्पणी नहीं की। अमेरिका और ईरान को बातचीत की मेज पर लाने के लिए फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों लगातार प्रयास कर रहे हैं। फ्रांस चाहता है कि ईरान पर लगे प्रतिबंधों में अमेरिका कुछ ढील दे।रूस को फिर शामिल करने की तैयारी
G-7 में रूस को फिर से शामिल करने की चर्चा चल रही है। विकसित देशों का यह समूह पहले जी-8 कहा जाता था। इसमें ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, रूस और अमेरिका शामिल थे। 2014 में यूक्रेन के प्रायद्वीप क्रीमिया पर कब्जे के बाद उपजे विवाद के चलते रूस इस समूह से बाहर हो गया था। सूत्रों का कहना है कि समूह के मौजूदा देश रूस से सहयोग बढ़ाने के पक्ष में हैं। हालांकि रूस को समूह में पुन: कब शामिल किया जाएगा, यह स्पष्ट नहीं है। 2020 में जी-7 बैठक की मेजबानी अमेरिका करेगा। इसमें रूस की वापसी पर ट्रंप ने कहा, 'मैं इस बारे में नहीं जानता। निश्चित तौर पर यह संभव है।'जी 7 देशों के समूह की बैठ फ्रांस के खूबसूरत शहर बियारित्ज में हो रही है। यहां बियारित्ज के बीच की रेत पर दुनिया के सात सबसे अमीर लोकतंत्रों के नेताओं को दर्शाती एक ड्राइंग बनाई गई। ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्राध्यक्षों की तस्वीरों से सजी ये पेंटिंग काफी चर्चाओं में है।
— Raveesh Kumar (@MEAIndia) August 26, 2019जी 7 में कई कार्यक्रमों में लेंगे हिस्सा
पीएम मोदी करीब तीन बजे जी 7 में जैव विविधता और जलवायु पर चर्चा में भी हिस्सा लेंगे। पीएम मोदी, ट्रंप से मुलाकात के बाद डिजिटल ट्रांसफॉर्मिंग पर आयोजित चर्चा में शामिल होंगे। इसके अलावा एक द्विपक्षीय वार्ता में शामिल होंगे। इसके बाद रात करीब 8 बजे वह भारत के लिए रवाना होंगे और मंगलवार सुबह दिल्ली पहुंचेंगे।फ्रांस में जोरदार स्वागत
इससे पहले G-7 सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस पहुंचे। फ्रांस पहुंचने के बाद पीएम मोदी ने जी 7 देशों के नेताओं के अलावा कई अन्य देशों के नेताओं से भी मुलाकात की।इनमें जापान, कनाडा के राष्ट्राध्यक्ष शामिल रहे।पीएम मोदी ने जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो से मुलाकात की।
— ANI (@ANI) August 25, 2019सम्मेलन में पहुंचे मोदी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन से मुलाकात की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया, 'दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय संबंधों, रक्षा, सुरक्षा एवं व्यापार समेत कई मुद्दों पर बात हुई। मोदी ने एशेज श्रृंखला के तीसरे टेस्ट मैच में इंग्लैंड की रोमांचक जीत पर भी जॉनसन को बधाई दी।'
— ANI (@ANI) August 25, 2019मोदी ने संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख एंटोनियो गुतेरस से भी विभिन्न मसलों पर बात की। G-7 की बैठक में मोदी पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन जैसे मुद्दों पर प्रस्तावित दो सत्रों को संबोधित करेंगे। इसके अलावा मोदी विभिन्न वैश्विक नेताओं से द्विपक्षीय चर्चा भी करेंगे। इस दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से कश्मीर समेत कई द्विपक्षीय मसलों पर भी उनकी चर्चा हो सकती है।
— ANI (@ANI) August 25, 2019पीएम मोदी ने ट्वीट किया, 'संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतेरस से मुलाकात शानदार रही। जलवायु परिवर्तन को कम करने के प्रयासों को मजबूत करने के तरीकों समेत प्रमुख मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई।'
— Narendra Modi (@narendramodi) August 25, 2019प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी ट्वीट कर कहा कि दोनों नेताओं के बीच विभिन्न विषयों पर बातचीत सकारात्मक रही। G-7 की बैठक में मोदी पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन जैसे मुद्दों पर प्रस्तावित दो सत्रों को संबोधित करेंगे।इसके अलावा मोदी विभिन्न वैश्विक नेताओं से द्विपक्षीय चर्चा भी करेंगे। इस दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से कश्मीर समेत कई द्विपक्षीय मसलों पर भी उनकी चर्चा हो सकती है।ईरान के विदेश मंत्री ने G-7 में पहुंचकर सबको चौंकाया
संबंधों पर जमी बर्फ पिघलाने के लिए रविवार को अप्रत्याशित और नाटकीय घटनाक्रम में ईरान के विदेश मंत्री जावद जरीफ भी G-7 सम्मेलन में पहुंच गए। ईरान और अमेरिका के बीच तनाव कम करने की कोशिश में जुटे फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने उन्हें आमंत्रित किया था।हालांकि सम्मेलन में जरीफ के पहुंचने को लेकर पहले से कोई घोषणा नहीं थी। समाचार एजेंसी के मुताबिक, करीब साढ़े तीन घंटे रुकने के बाद जरीफ वापस चले गए। इस दौरान उन्होंने मैक्रों व कुछ अन्य नेताओं से बात की।फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों से करीब 30 मिनट तक हुई चर्चा
मैक्रों से उनकी बातचीत करीब 30 मिनट चली। इससे पहले ईरान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि हाल के दिनों में ईरान और फ्रांस के राष्ट्रपतियों के बीच हुई बातचीत को आगे बढ़ाने के लिए बायरिट्ज पहुंचे। वहीं, अमेरिकी वित्त मंत्री स्टीवन न्यूचिन ने कहा कि ट्रंप पहले भी स्पष्ट कर चुके हैं कि अगर ईरान बातचीत करना चाहता है, तो उसके सामने काई शर्त नहीं रखी जाएगी।हालांकि न्यूचिन ने जरीफ के G-7 पहुंचने पर कोई टिप्पणी नहीं की। अमेरिका और ईरान को बातचीत की मेज पर लाने के लिए फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों लगातार प्रयास कर रहे हैं। फ्रांस चाहता है कि ईरान पर लगे प्रतिबंधों में अमेरिका कुछ ढील दे।रूस को फिर शामिल करने की तैयारी
G-7 में रूस को फिर से शामिल करने की चर्चा चल रही है। विकसित देशों का यह समूह पहले जी-8 कहा जाता था। इसमें ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, रूस और अमेरिका शामिल थे। 2014 में यूक्रेन के प्रायद्वीप क्रीमिया पर कब्जे के बाद उपजे विवाद के चलते रूस इस समूह से बाहर हो गया था। सूत्रों का कहना है कि समूह के मौजूदा देश रूस से सहयोग बढ़ाने के पक्ष में हैं। हालांकि रूस को समूह में पुन: कब शामिल किया जाएगा, यह स्पष्ट नहीं है। 2020 में जी-7 बैठक की मेजबानी अमेरिका करेगा। इसमें रूस की वापसी पर ट्रंप ने कहा, 'मैं इस बारे में नहीं जानता। निश्चित तौर पर यह संभव है।'जी 7 देशों के समूह की बैठ फ्रांस के खूबसूरत शहर बियारित्ज में हो रही है। यहां बियारित्ज के बीच की रेत पर दुनिया के सात सबसे अमीर लोकतंत्रों के नेताओं को दर्शाती एक ड्राइंग बनाई गई। ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्राध्यक्षों की तस्वीरों से सजी ये पेंटिंग काफी चर्चाओं में है।